आर्य समाज क्या है? | आर्य समाज की स्थापना किसने की ? (What is Arya Samaj? Who founded Arya Samaj?)
आर्य समाज की स्थापना: वेदों के अनुयायी आर्य समाज एक विश्व प्रख्यात और पौराणिक समाज है। यह भारत के पूर्वी व पश्चिमी भागों में प्रचलित हुआ था। आर्य समाज में धर्म, वैज्ञानिकता, कला, संस्कृति, इतिहास और समस्त मानव जीवन के विषयों में अहमियत है।
आर्य समाज में धर्म का मुख्य भूमिका है। आर्यों के विश्वास में पूर्णतया भगवान के उत्तम गुणों का विश्वास है। आर्यों के धर्म में नैतिकता, ईश्वर-भक्ति, धैर्य, तप, संतोष और महान्ति की मान्यता है।
आर्य समाज में वैज्ञानिकता की भी अहमियत है। वेदों में ज्ञान, वितिकी, कल्पना और अध्यात्म के विषयों पर विवेक और उत्तम बिन्दुओं पर विवेचन है। वेदों के अनुयायी आर्यों के दृष्टिकोण में समस्त जीवन के उत्तम गुणों और विवेक के विषयों पर विवेचन किये जाने चाहिए।
आर्य समाज की कला भी विश्व प्रख्यात है। भारतीय कला, मूलतः आर्य समाज से उत्पन्न हुई है। आर्य कला में विविध प्रकार के मूर्तियों, विविध विधियों और विविध वस्तुओं के उपयोग से वृत्तियों का प्रदर्शन किया जाता है।
आर्य समाज की संस्कृति भी विश्व प्रख्यात है। आर्य संस्कृति में धार्मिक, साहित्यिक, संगतीय और वैज्ञानिक प्रकृति की अहमियत है। इसमें वेदों, पुराणों, महाभारत, रामायण और भगवद गीता जैसी पुराणिक ग्रंथों की महत्वपूर्ण भूमिका है। आर्य संस्कृति में समुद्र तथा वनों के प्रतीकों, प्राणीयों, देवताओं तथा महान व्यक्तियों के प्रतीकों का विविधता प्रदर्शित किया जाता है।
आर्य समाज की व्यापक विवेक और विवेचन ने भारतीय सभ्यता को धार्मिक, सामाजिक, आध्यात्मिक तथा वैज्ञानिक रूप से समृद्ध और पूर्ण बनाया है। आर्य समाज में पुराणों के अनुयायी, श्रद्धांजलि, तप, धार्मिक अनुयायी, पूजा-पाठ और व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए प्रमुख हैं। आर्य समाज के व्यक्तियों को धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन जीने का महत्व है। वे अपने जीवन में पूजा, तप, श्रद्धा और सम्पूर्णता को विवेचनीय रूप देते हैं।
आर्य समाज में पुरुषों और महिलाओं के विरुद्ध कोई भेदभाव नहीं है। समाज में पुरुषों और महिलाओं के समान अधिकार और सुख-दुःख के समान संबंध हैं। समाज में पुरुषों के रूप में पुत्र-पुत्री, पति-पत्नी, गुरु-शिष्य तथा महिलाओं के रूप में माता-पिता, पति-पत्नी, गुरु-शिष्य जैसे सम्बन्ध प्रतीत होते हैं।
आर्य समाज की स्थापना किसने की? (Who founded Arya Samaj?)
स्वामी दयानन्द सरस्वती ने |