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Reverse Break Bown Free Gk Notes (उत्क्रम भंजन)

Reverse Break Bown Free Gk Notes (उत्क्रम भंजन)

पिछले अनुच्छेद में हमने देखा की जब PN सन्धि उत्क्रम अभिनति में होती है तो उसमें अल्पसंख्यक वाहकों ( minority carrier ) की गति के कारण बहुत कम धारा प्रवाहित होती है जो आरोपित विभवान्तर पर निर्भर नहीं करती है ।

यदि उत्क्रम विभवान्तर का मान बहुत अधिक कर दें तो PN सन्धि में धारा एकदम बढ़ती है । वह वोल्टेज जिस पर यह घटना घटती है , उसे भंजन वोल्टेज ( Break down Voltage ) कहते हैं । इस वोल्टेज पर क्रिस्टल संरचना टूट जाती है । सामान्यतः इस स्थिति को आने नहीं देते हैं ।

उच्च उत्क्रम वोल्टेज को हटाने पर क्रिस्टल संरचना पुनः सामान्य हो जाती है किन्तु अधिक देर तक गर्म होने के कारण क्रिस्टल स्थाई रूप से नष्ट हो जाता है । भंजन की दो प्रक्रियायें हैं । ( i ) एवलान्च ब्रेक डाउन ( i ) जीनर ब्रेक डाउन ।

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Abhishek Dubey

नमस्कार दोस्तों , मैं अभिषेक दुबे, Onlinegktrick.com पर आप सभी का स्वागत करता हूँ । मै उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले का रहने वाला हूँ ,मैं एक upsc Aspirant हूँ और मै पिछले दो साल से upsc की तैयारी कर रहा हूँ ।

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