कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी (1934) नोट्स
___*मई, 1934 में पटना में कांग्रेस समिति की बैठक के दौरान ही इन सदस्यों की एक अलग बैठक हुई, जिसमें ऑल इंडिया कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना को औपचारिक मान्यता दी गई तथा अक्टूबर-नवंबर, 1934 के दौरान बंबई में इसकी नीतियां एवं कार्य-प्रणालियां तय की गईं। *वर्ष 1934 में पटना में अखिल भारतीय कांग्रेस समाजवादी पार्टी के संयोजक जयप्रकाश नारायण थे। * जयप्रकाश नारायण को पार्टी का महासचिव तथा आचार्य नरेंद्र देव को अध्यक्ष चुना गया था। * इन नेताओं ने युवा वर्ग को कम्युनिस्ट पार्टी की ओर जाने से रोकने के लिए कांग्रेस समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी। * इसके अन्य सदस्य थे-अशोक मेहता, अच्युत पटवर्धन, मीनू मसानी, डॉ. राममनोहर लोहिया, पुरुषोत्तम विक्रम दास, यूसुफ मेहर अली, गंगा शरण सिंह तथा कमलादेवी चटोपाध्याय आदि। *जयप्रकाश नारायण बिहार सोशलिस्ट पार्टी से जडे थे। * विहार सोशलिस्ट पार्टी का गठन गंगाशरण सिंह, रामवृक्ष बेनीपुरी और रामानंद मिश्र आदि ने किया था। *श्री नरसिंह नारायण समाजवादी थे। * वे विहार सोशलिस्ट पार्टी से जड़े थे। *जयप्रकाश नारायण को ‘लोकनायक’ के नाम से भी जाना जाता है। * वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इन्होंने डॉ. राममनोहर लोहिया तथा अरुणा आसफ अली के साथ मिलकर गुप्त रूप से भारतीय जनता को संगठित किया था। * इन्होंने 5 जून, 1974 को पटना के गांधी मैदान में संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया।
* वर्ष 1999 में मरणोपरांत इन्हें भारत रत्न प्रदान किया गया। *अप्रैल, 1946 में जयप्रकाश नारायण की रिहाई के लिए ‘जयप्रकाश दिवस’ मनाया गया। * पटना के बांकीपुर मैदान में एक जनसभा हुई, जिसमें राजनीतिक बंदियों को जेल में रखने की सरकारी नीति की आलोचना तथा जयप्रकाश की रिहाई की मांग की गई। * 20 मई, 1936 को बंबई के 21 उद्योगपतियों ने ‘बंबई मेनिफेस्टो’ पर हस्ताक्षर किए। *यह मेनिफेस्टो प्रत्यक्ष रूप से समाजवादी आदर्शों के प्रतिपादन का विरोधी था, जैसा कि नेहरू ने लखनऊ अधिवेशन में कहा था।