Hindi PDF

One Word Substitution in Hindi( अनेक शब्दों के लिए एक शब्द )

अच्छी रचना के लिए आवश्यक है कि कम से कम शब्दों में विचार प्रकट किए जाएँ। भाषा में यह सुविधा भी होनी चाहिए कि वक्ता या लेखक कम से कम शब्दों में अर्थात् संक्षेप में बोलकर या लिखकर विचार अभिव्यक्त कर सके। कम से कम शब्दों में अधिकाधिक अर्थ को प्रकट करने के लिए ‘वाक्यांश या शब्द–समूह के लिए एक शब्द को। विस्तृत ज्ञान होना आवश्यक है। ऐसे शब्दों के प्रयोग से वाक्य-रचना में संक्षिप्तता, सुन्दरता तथा गंभीरता आ जाती है।

हिंदी भाषा में अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग कर सकते है। यहां पर One Word Substitution in Hindi( अनेक शब्दों के लिए एक शब्द ) अनेक शब्दों के लिए एक शब्द के कुछ उदाहरण दिए जा रहे है

One Word Substitution Examples : अनेक शब्दों का एक शब्द

  1. अच्छे चरित्र वाला ( Achchhe Charitra Vala ) : सच्चरित्र
  2. आज्ञा का पालन करने वाला ( Agya ka Palan Karne Vala ) : आज्ञाकारी
  3. आकाश को चूमने वाला ( Akash Ko Chumane Vala ) : गगनचुंबी
  4. आकाश में उड़ने वाला ( Akash me Udne Vala ) : नभचर
  5. आलोचना करने वाला ( Alochana Karne Vala ) : आलोचक
  6. अपने देश से दुसरे देश में समान जाना ( Apne Desh Se Dusre Desh Main Saman Jana ) : निर्यात
  7. अपनी हत्या स्वयं करना ( Apni Hatya Swayam Karna ) : आत्महत्या
  8. अत्यंत सुन्दर स्त्री ( Atyant Sundar Stri ) : रूपसी
  9. बच्चों के लिए काम की वस्तु ( Bachcho ke Liye Kaam ki Vastu ) : बालोपयोगी
  10. बहुत तेज चलने वाला Bahut Tej Chalne Vala द्रुतगामी
  11. हित / भलाई चाहने वाला Bhalai Chahne Vala हितैषी
  12. भूत, वर्तमान, भविष्य को देखने वाला Bhoot, Vartman, Bhavishya Ko Dekhne Vala त्रिकालदर्शी
  13. बिलकुल बरबाद हो गया हो Bilkul Barbad Ho Gaya Ho ध्वस्त
  14. बिना वेतन का Bina Vetan Ka अवैतनिक
  15. चिंता में डूबा हुआ Chinta me Dooba Hua चिंतित
  16. दया करने वाला Daya Karne Vala दयालु
  17. दिल से होने वाला Dil Se Hone Vala हार्दिक
  18. दूर की सोचने वाला

Door Ki Sochne Vala दूरदर्शी

दूसरों पर उपकार करने वाला
Dusaron Par Upkar Karne Vala उपकारी

दुसरे देश से अपने देश में समान आना
Dusre Desh se Apne Desh Main Saman Lana आयात

दूसरों की बातों में दखल देना
Dusron Ki Baton main Dakhal Dena हस्तक्षेप

गणित का ज्ञाता
Ganit Ka Gyata गणितज्ञ

ज्ञान देने वाली
Gyan Dene Vali ज्ञानदा

हाथ में चक्र धारण करने वाला
Haath me Chakra Dharan Karne Vala चक्रपाणि

हाथ से लिखा हुआ
Haath se Likha Hua हस्तलिखित

हमेशा सत्य बोलने वाला
Hamesha Satya Bolne Vala सत्यवादी

हिंसा करने वाला
Hinsa Karne Vala हिंसक

ईश्वर में आस्था रखने वाला
Ishwar me Aastha Rakhane Vala आस्तिक

ईश्वर पर विश्वास न रखने वाला
Ishwar par Vishwas na Rakhane Vala नास्तिक

इतिहास का ज्ञाता
Itihas Ka Gyata अतिहासज्ञ

जहाँ पहुँचा न जा सके
Jahan Pahuncha na Jaa Sake अगम्य

जानने की इच्छा रखने वाला
Janane Ki Ichchha Rakhne Vala जिज्ञासु

जनता में प्रचलित सुनी -सुनाई बात
Janta main Prachlit Suni Sunai Baat किंवदंती

जिस भूमि पर कुछ न उग सके
Jis Bhumi par Kuch na Ug Sake ऊसर

जिस पर उपकार किया गया हो
Jis par Upkar Kiya Gaya Ho उपकृत

जिस पर विश्वास न किया जा सके
Jis par Vishvas na Kiya Ja Sake अविश्वनीय

जिस स्त्री के कभी संतान न हुई हो
Jis Stri ke Kabhi Santan na Hui Ho वंध्या, बाँझ

जिसे दंड का भय न हो
Jise Dand Ka Bhay na Ho उदंड

जिसे देखकर भय लगे
Jise Dekhkar Bhay Lage भयानक

जिसे गुप्त रखा जाए
Jise Gupt Rakha Jaye गोपनीय

जिसे क्षमा न किया जा सके
Jise Kshama na Kiya ja Sake अक्षम्य

जिसका आकार न हो
Jiska Aakar na Ho निराकार

जिसका आचरण अच्छा न हो
Jiska Acharan Achchha na Ho दुराचारी

जिसका जन्म न हो
Jiska Janm na Ho अजन्मा

जिसका कोई आधार न हो
Jiska Koi Adhar na Ho निराधार

जिसका कोई मूल्य न हो
Jiska Koi Mulya na Ho अमूल्य

जिसका कोई शत्रु न हो
Jiska Koi Shatru na Ho अजातशत्रु

जिसका पति जीवित हो
Jiska Pati Jivit Ho सधवा

जिसका पति मर गया हो
Jiska Pati Mar Gaya Ho विधवा

जिसका वर्णन न किया जा सके
Jiska Varnan na Kiya Ja Sake वर्णनातीत

जिसके आने की तिथि न हो
Jiske Aane Ki Tithi na Ho अतिथि

जिसके ह्रदय में दया हो
Jiske Hraday Main Daya Ho दयावान

जिसके कोई संतान न हो
Jiske Koi Santan Na Ho निसंतान

जिसके नीचे रेखा हो
Jiske Niche Rekha Ho रेखांकित

जिसके समान दूसरा न हो
Jiske Saman Dusra na Ho अनुपम

जिसके समान कोई दूसरा न हो
Jiske Saman Koi Dusra na Ho अद्वितीय

जिसकी बहुत अधिक चर्चा हो
Jiski Bahut Adhik Charcha Ho बहुचर्चित

जिसकी चार भुजाएँ हों
Jiski Chaar Bhujaen Ho चतुर्भुज

जिसकी धर्म में निष्ठा हो
Jiski Dharm me Nishtha Ho धर्मनिष्ठ

जिसकी पत्नी मर गई हो
Jiski Patni Mar Gayi Ho विधुर

जिसकी सब जगह बदनामी
Jiski Sab Jagah Badnami कुख्यात

जिसकी थाह न हो
Jiski Thah na ho अथाह

जिसकी उपमा न हो
Jiski Upma na Ho निरुपम

जिसमे दया न हो
Jisme Daya Na Ho निर्दय

जिसमे धैर्य न हो
Jisme Dhairy na Ho अधीर

जिसमे रस हो
Jisme Ras Ho सरस

जिसमे रस न हो
Jisme Ras Na Ho नीरस

जिसमे सहन शक्ति हो
Jisme Sahan Shakti Ho सहिष्णु

जिसने इंद्रियों को जीत लिया हो
Jisne Indriyon Ko Jeet Liya Ho जितेंद्रिय

जिससे घृणा की जाए
Jisse Ghrana Ki Jaye घृणित

जो अधिक बोलता हो
Jo Adhik Bolta Ho वाचाल

जो आँखों के सामने हो
Jo Ankhon ke Samane Ho प्रत्यक्ष

जो बूढ़ा न हो
Jo Budha na Ho अजर

जो चित्र बनाता हो
Jo Chitra Banata Ho चित्रकार

जो देखने योग्य हो
Jo Dekhne Yogya Ho दर्शनीय

जो दिखाई न दे
Jo Dikhai na De अदृश्य

जो दूसरों पर अत्याचार करें
Jo Dusron Par Atyachar Kare अत्याचारी

जो गिना न जा सके
Jo Gina na Jaa Sake अगणित

जो इस लोक की बात हो
Jo Is Lok ki Baat Ho लौकिक

जो इस लोक से बाहर की बात हो
Jo Is Lok se Bahar ki Baat Ho अलौकिक

जो जन्म से अंधा हो
Jo Janm se Andha Ho जन्मांध

जो कभी न मरे
Jo Kabhi na Mare अमर

जो कभी नष्ट न हो
Jo Kabhi Nasht na Ho अनश्वर

जो कहा न जा सके
Jo Kaha na Jaa Sake अकथनीय

जो कम बोलता हो
Jo Kam Bolta Ho मितभाषी

जो किसी पक्ष में न हो
Jo Kisi Paksh me na Ho निरपेक्ष

जो क्षमा के योग्य हो
Jo Kshama Ke Yogya Ho क्षम्य

जो पढ़ा -लिखा न हो
Jo Pada Likha na Ho अपढ़, अनपढ़

जो परिचित न हो
Jo Parichit na Ho अपरिचित

जो सब जगह व्याप्त हो
Jo Sab Jagah Vyapt Ho सर्वव्यापक

जो शरण में आया हो
Jo Sharan me Aaya Ho शरणागत

जो स्थिर रहे
Jo Sthir Rahe स्थावर

जो स्वयं पैदा हुआ हो
Jo Swayam Paida Hua Ho स्वयंभू

जो थोड़ी देर पहले पैदा हुआ हो
Jo Thodi Der Pahale Paida Hua Ho नवजात

जो टुकड़े-टुकड़े हो गया हो
Jo Tukade-Tukade Ho Gaya Ho खंडित

जो उच्च कुल में उत्पन्न हुआ हो
Jo Uchh Kul main Utpann Huaa Ho कुलीन

जो उदार न हो
Jo Udaar na Ho अनुदार

जो उपकार मानता है
Jo Upkar Manta Hai कृतज्ञ

जो वन में घूमता हो
Jo Van me Ghumata Ho वनचर

कल्पना से परे हो
Kalpana Se Pare Ho कल्पनातीत

कम खर्च करने वाला
Kam Kharch Karne Vala मितव्ययी

खून से रँगा हुआ
Khun Se Ranga Hua रक्तरंजित

कीर्तिमान पुरुष
Kirtimaan Purush यशस्वी

किसी की हँसी उड़ाना
Kisi Ki Hansi Udana उपहास

कुछ दिनों तक बने रहना वाला
Kuch Dino Tak Bane Rahna Vala टिकाऊ

मास में एक बार आने वाला
Maas me Ek Baar Aane Vala मासिक

मछली की तरह आँखों वाली
Machhali ki Tarah Ankhon Vali मीनाक्षी

मांस खाने वाला
Mans Khane Vala मांसाहारी

मयूर की तरह आँखों वाली
Mayur ki Tarah Ankhon Vali मयूराक्षी

नगर में वास करने वाला
Nagar me Vaas Karne Vala नागरिक

पंद्रह दिन में एक बार होने वाला
Pandrah Din Me Ek Baar Hone Vala पाक्षिक

पति-पत्नी का जोड़ा
Pati Patni Ka Joda दम्पति

प्रिय बोलने वाली स्त्री
Priy Bolne Vali Stri प्रियंवदा

रात में घूमने वाला
Raat me Ghumane Vala निशाचर

रचना करने वाला
Rachana Karne Vala रचयिता

रोगी की चिकित्सा करने वाला
Rogi ki Chikitsa Karne Vala चिकित्सक

सब कुछ जानने वाला
Sab Kuchh Janane Vala सर्वज्ञ, सर्वज्ञानी

साहित्य से सम्बन्ध रखने वाला
Sahity se Sambandh Rakhne Vala साहित्यिक

सप्ताह में एक बार होने वाला
Saptah main Ek Baar Hone Vala साप्ताहिक

सौतेली माँ
Sauteli Maa विमाता

शीघ्र नष्ट होने वाला
Shighra Nasht Hone Vala क्षणभंगुर

तप करने वाला
Tap Karne Wala तपस्वी

थोड़ा जानने वाला, जिसे कम ज्ञान हो
Thoda Janane Vala अल्पज्ञ

ऊपर कहा हुआ
Upar Kaha Hua उपर्युक्त

विद्या की चाह रखने वाला
Vidya Ki Chah Rakhne Vala विद्यार्थी

व्याकरण जानने वाला
Vyakaran Janane Vala वैयाकरण

कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैंवाक्यांश या शब्द-समूह –शब्द .

  • हाथी हाँकने का छोटा भाला-अंकुश
  •  जो कहा न जा सके- अकथनीय
  • जिसे क्षमा न किया जा सके- अक्षम्य • जिस स्थान पर कोई न जा सके- अगम्य • जो कभी बूढ़ा न हो- अजर • जिसका कोई शत्रु न हो- अजातशत्रु •जो जीता न जा सके-अजेय •जो दिखाई न पड़े— अदृश्य • जिसके समान कोई न हो- अद्वितीय • हृदय की बातें जानने वाला- अन्तर्यामी •पृथ्वी, ग्रहों और तारों आदि का स्थान- अन्तरिक्ष •दोपहर बाद का समय-अपराह्न •जो सामान्य नियम के विरुद्ध हो- अपवाद • जिस पर मुकदमा चल रहा हो/अपराध करने का आरोप हो/अभियोग लगाया गया हो- अभियुक्त • जो पहले कभी नहीं हुआ— अभूतपूर्व •फेंक कर चलाया जाने वाला हथियार-अस्त्र • जिसकी गिनती न हो सके- अगणित/अगणनीय • जो पहले पढ़ा हुआ न हो- अपठित •जिसके आने की तिथि निश्चित न हो- अतिथि • कमर के नीचे पहने जाने वाला वस्त्र-अधोवस्त्र • जिसके बारे में कोई निश्चय न हो- अनिश्चित • जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो– अनिर्वचनीय • अत्यधिक बढ़ा-चढ़ा कर कही गई बात- अतिशयोक्ति • सबसे आगे रहने वाला- अग्रणी • जो पहले जन्मा हो- अग्रज •जो बाद में जन्मा हो-अनुज • जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके- अगोचर • जिसका पता न हो- अज्ञात •आगे आने वाला-आगामी • अण्डे से जन्म लेने वाला-अण्डज

Acad • जो छूने योग्य न हो- अछूत •जो छुआ न गया हो- अछूता •जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके-अच्युत •जो अपनी बात से टले नहीं-अटल • जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो– अष्टाध्यायी • आवश्यकता से अधिक बरसात-अतिवृष्टि •बरसात बिल्कुल न होना-अनावष्टि • बहुत कम बरसात होना- अल्पवृष्टि • इंद्रियों की पहुँच से बाहर- अतीन्द्रिय/इंद्रयातीत • सीमा का अनुचित उल्लंघन- अतिक्रमण •जो बीत गया हो- अतीत • जिसकी गहराई का पता न लग सके— अथाह • आगे का विचार न कर सकने वाला— अदूरदर्शी • जो आजतक से सम्बन्ध रखता है-अद्यतन • आदेश जो निश्चित अवधि तक लागू हो— अध्यादेश • जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो— अधिकृत • वह सूचना जो सरकार की ओर से जारी हो- अधिसूचना • विधायिका द्वारा स्वीकृत नियम- अधिनियम • अविवाहित महिला-अनूढ़ा • वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो- अध्यूढ़ा • दूसरे की विवाहित स्त्री- अन्योढ़ा • गुरु के पास रहकर पढ़ने वाला-अन्तेवासी • पहाड़ के ऊपर की समतल जमीन- अधित्यका • जिसके हस्ताक्षर नीचे अंकित हैं-अधोहस्ताक्षरकर्ता • एक भाषा के विचारों को दूसरी भाषा में व्यक्त करना- अनुवाद • किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला— अनुयायी • किसी प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया- अनुमोदन • जिसके माता-पिता न हो- अनाथ

VO 84

  • जिसका जन्म निम्न वर्ण में हुआ हो- अंत्यज • परम्परा से चली आई कथा- अनुश्रुति • जिसका कोई दूसरा उपाय न हो- अनन्योपाय • वह भाई जो अन्य माता से उत्पन्न हुआ हो- अन्योदर • पलक को बिना झपकाए- अनिमेष/निर्निमेष •जो बुलाया न गया हो-अनाहत •जो ढका हुआ न हो- अनावृत •जो दोहराया न गया हो– अनावर्त • पहले लिखे गए पत्र का स्मरण- अनुस्मारक • पीछे-पीछे चलने वाला/अनुसरण करने वाला-अनुगामी • महल का वह भाग जहाँ रानियाँ निवास करती हैं- अंतःपुर/रनिवास • जिसे किसी बात का पता न हो- अनभिज्ञ/अज्ञ • जिसका आदर न किया गया हो-अनादत •जिसका मन कहीं अन्यत्र लगा हो-अन्यमनस्क •जो धन को व्यर्थ ही खर्च करता हो- अपव्ययी •आवश्यकता से अधिक धन का संचयन करना-अपरिग्रह • जो किसी पर अभियोग लगाए-अभियोगी •जो भोजन रोगी के लिए निषिद्ध है— अपथ्य -जिस वस्त्र को पहना न गया हो-अप्रहत • न जोता गया खेत- अप्रहत •जो बिन माँगे मिल जाए- अयाचित •जो कम बोलता हो- अल्पभाषी/मितभाषी • आदेश की अवहेलना-अवज्ञा • जो बिना वेतन के कार्य करता हो- अवैतनिक •जो व्यक्ति विदेश में रहता हो- अप्रवासी •जो सहनशील न हो- असहिष्णु • जिसका कभी अन्त न हो- अनन्त • जिसका दमनन किया जा सके- अदम्य •जिसका स्पर्श करना वर्जित हो-अस्पृश्य • जिसका विश्वास न किया जा सके- अविश्वस्त • जो कभी नष्ट न होने वाला हो- अनश्वर • जो रचना अन्य भाषा की अनुवाद हो-अनूदित • जिसके पास कुछ न हो अर्थात दरिद्र- अकिंचन •जो कभी मरतानहो-अमर •जो सुना हुआ नहो-अश्रव्य • जिसको भेदा न जा सके- अभेद्य •जो साधा न जा सके- असाध्य •जो चीज इस संसार में न हो- अलौकिक • जो बाह्य संसार के ज्ञान से अनभिज्ञ हो— अलोकज्ञ • जिसे लाँघा न जा सके- अलंघनीय • जिसकी तुलना न हो सके- अतुलनीय • जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो-अनादि • जिसकी सबसे पहले गणना की जाये- अग्रगण • सभी जातियों से सम्बन्ध रखने वाला- अन्तर्जातीय • जिसकी कोई उपमा न हो- अनुपम • जिसका वर्णन न हो सके- अवर्णनीय • जिसका खंडन न किया जा सके- अखंडनीय • जिसे जाना न जा सके- अज्ञेय •जो बहत गहरा हो-अगाध • जिसका चिंतन न किया जा सके- अचिंत्य •जिसको काटा न जा सके-अकाट्य • जिसको त्यागा न जा सके- अत्याज्य • वास्तविक मूल्य से अधिक लिया जाने वाला मूल्य- अधिमूल्य • अन्य से संबंध न रखने वाला/किसी एक में ही आस्था रखने वाला-अनन्य •जो बिना अन्तर के घटित हो– अनन्तर • जिसका कोई घर (निकेत) न हो- अनिकेत• कनिष्ठा (सबसे छोटी) और मध्यमा के बीच की उँगली- अनामिका • मूलकथा में आने वाला प्रसंग, लघु कथा-अंतःकथा •जिसका निवारण न किया जा सके/जिसे करना आवश्यक हो- अनिवार्य • जिसका विरोध न हुआ हो या न हो सके– अनिरुद्ध/अविरोधी • जिसका किसी में लगाव या प्रेम हो- अनुरक्त • जो अनुग्रह (कृपा) से युक्त हो-अनुगृहीत • जिस पर आक्रमण न किया गया हो- अनाक्रांत • जिसका उत्तर न दिया गया हो-अनुत्तरित • अनुकरण करने योग्य-अनुकरणीय •जो कभी न आया हो (भविष्य)- अनागत •जो श्रेष्ठ गुणों से युक्त न हो- अनार्य • जिसकी अपेक्षा हो- अपेक्षित •जो मापा न जा सके- अपरिमेय • नीचे की ओर लाना या खींचना— अपकर्ष •जो सामने न हो-अप्रत्यक्ष/परोक्ष • जिसकी आशा न की गई हो- अप्रत्याशित •जो प्रमाण से सिद्ध न हो सके-अप्रमेय • किसी काम के बार-बार करने के अनुभव वाला— अभ्यस्त • किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा- अभीप्सा
  • जो साहित्य कला आदि में रस नले- अरसिक •जिसको प्राप्त न किया जा सके • जो कम जानता हो- अल्पज्ञ •जो वध करने योग्य नहो-अवध्य •जो विधि या कानून के विरुद्ध हो- अवैध • जो भला-बुरा न समझता हो अथवा सोच-समझकर काम न करता हो- अविवेकी •जिसका विभाजन न किया जा सके- अविभाज्य/अभाज्य -जिसका विभाजन न किया गया हो- अविभक्त • जिस पर विचार न किया गया हो- अविचारित •जो कार्य अवश्य होने वाला हो– अवश्यंभावी • जिसको व्यवहार में न लाया गया हो- अव्यवहत • जो स्त्री सूर्य भी नहीं देख पाती- असूर्यपश्या • न हो सकने वाला कार्य आदि-अशक्य • जो शोक करने योग्य नहीं हो- अशोक्य • जो कहने, सुनने, देखने में लज्जापूर्ण, घिनौना हो- अश्लील •जिस रोग का इलाज न किया जा सके- असाध्य रोग/लाइलाज • जिससे पार न पाई जा सके- अपार • बूढ़ा-सा दिखने वाला व्यक्ति- अधेड़ •जिसका कोई मूल्य न हो- अमूल्य • जो मृत्यु के समीप हो- आसन्नमृत्यु •किसी बात पर बार-बार जोर देना-आग्रह • वह स्त्री जिसका पति परदेश से लौटा हो-आगतपतिका • जिसकी भुजाएँ घुटनों तक लम्बी हों- आजानुबाहु • मृत्युपर्यन्त-आमरण • जो अपने ऊपर निर्भर हो- आत्मनिर्भर/स्वावलंबी • व्यर्थ का प्रदर्शन-आडम्बर •पूरे जीवन तक-आजीवन • अपनी हत्या स्वयं करना- आत्महत्या • अपनी प्रशंसा स्वयं करने वाला-आत्मश्लाघी • कोई ऐसी वस्तु बनाना जिसको पहले कोई न जानता हो- आविष्कार • ईश्वर में विश्वास रखने वाला-आस्तिक •शीघ्र प्रसन्न होने वाला-आशुतोष • विदेश से देश में माल मँगाना- आयात • सिर से पाँव तक- आपादमस्तक • प्रारम्भ से लेकर अंत तक- आद्योपान्त •अपनी हत्या स्वयं करने वाला- आत्मघाती •जो अतिथि का सत्कार करता है- आतिथेय/मेजबान • दूसरे के हित में अपना जीवन त्याग देना- आत्मोत्सर्ग • जो बहुत क्रूर व्यवहार करता हो- आततायी • जिसका सम्बन्ध आत्मा से हो- आध्यात्मिक • जिस पर हमला किया गया हो-आक्रांत •जिसने हमला किया हो-आक्रांता • जिसे सूंघा न जा सके-आप्रेय • जिसकी कोई आशा न की गई हो— आशातीत • जो कभी निराश होना न जाने-आशावादी • किसी नई चीज की खोज करने वाला— आविष्कारक • जो गुण-दोष का विवेचन करता हो- आलोचक •जो जन्म लेते ही गिर या मर गया हो- आजन्मपात • वह कवि जो तत्काल कविता कर सके-आशुकवि •पवित्र आचरण वाला-आचारपत • लेखक द्वारा स्वयं की लिखी गई जीवनी-आत्मकथा • वह चीज जिसकी चाह हो-इच्छित •किन्हीं घटनाओं का कालक्रम से किया गया वर्णन- इतिवृत्त • इस लोक से संबंधित- इहलौकिक • जो इन्द्र पर विजय प्राप्त कर चुका हो-इंद्रजीत • माँ-बाप का अकेला लड़का इकलौता • जो इन्द्रियों से परे हो/जो इन्द्रियों के द्वारा ज्ञात न हो- इन्द्रियातीत • दूसरे की उन्नति से जलना-ईर्ष्या • उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा— ईशान/ईशान्य • पर्वत की निचली समतल भूमि- उपत्यका • दूसरे के खाने से बची वस्तु- उच्छिष्ट • किसी भी नियम का पालन नहीं करने वाला— उच्छंखल • वह पर्वत जहाँ से सूर्य और चन्द्रमा उदित होते माने जाते हैं- उदयाचल • जिसके ऊपर किसी का उपकार हो- उपकृत • ऐसी जमीन जो अच्छी उत्पादक हो- उर्वरा • जो छाती के बल चलता हो (सौंप आदि)- उरग • जिसने अपना ऋण पूरा चुका दिया हो- उऋण • जिसका मन जगत से उचट गया हो- उदासीन • जिसकी दोनों में निष्ठा हो— उभयनिष्ठ • ऊपर की ओर जाने वाला— उर्ध्वगामी • नदी के निकलने का स्थान– उद्गम • किसी वस्तु के निर्माण में सहायक साधन- उपकरण •जो उपासना के योग्य हो– उपास्य • मरने के बाद सम्पत्ति का मालिक- उत्तराधिकारी/वारिस • सूर्योदय की लालिमा- उषा

 जिसका ऊपर कथन किया गया हो- उपर्युक्त • कुँए के पास का वह जल कुंड जिसमें पशु पानी पीते हैं- उबारा • छोटी-बड़ी वस्तुओं को उठा ले जाने वाला— उठाईगिरा • जिस भूमि में कुछ भी पैदा न होता हो-ऊसर • सूर्यास्त के समय दिखने वाली लालिमा- ऊषा • विचारों का ऐसा प्रवाह जिससे कोई निष्कर्ष न निकले-ऊहापोह • कई जगह से मिलाकर इकट्ठा किया हुआ— एकीकृत • सांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा— एषणा • वह स्थिति जो अंतिक निर्णायक हो, निश्चित-एकांतिक •जो व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर हो-ऐच्छिक • इंद्रियों को भ्रमित करने वाला—ऐंद्रजालिक • लकड़ी या पत्थर का बना पात्र जिसमें अन्न कूटा जाता है— ओखली • साँप-बिच्छू के जहर या भूत-प्रेत के भय को मंत्रों से झाड़ने वाला— ओझा •जो उपनिषदों से संबंधित हो-औपनिषदिक • जो मात्र शिष्टाचार, व्यावहारिकता के लिए हो- औपचारिक • विवाहिता पत्नी से उत्पन्न संतान-औरस • हड्डियों का ढाँचा-कंकाल • दो व्यक्तियों के बीच परस्पर होने वाली बातचीत-कथोपकथन • बर्तन बेचने वाला— कसेरा • जिसे अपने मत या विश्वास का अधिक आग्रह हो- कट्टर • जिसकी कल्पना न की जा सके-कल्पनातीत • ऐसा अन्न जो खाने योग्य न हो-कदन्न • हाथी का बच्चा-कलभ • कर्म में तत्पर रहने वाला— कर्मठ • एक के बाद एक-क्रम • कान में कही जाने वाली बात-कानाबाती/कानाफूसी • सरकार का वह अंग जो कानून का पालन करता है— कार्यपालिका • शृंगारिक वासनाओं के प्रति आकर्षित-कामुक •जो दुःख या भय से पीड़ित हो-कातर • अपनी गलती स्वीकार करने वाला— कायल • दूसरे की हत्या करने वाला— कातिल • बाल्यावस्था और युवावस्था के बीच की अवस्था-किशोरावस्था • जो बात पूर्वकाल से लोगों में सुनकर प्रचलित हो—किंवदन्ती/जनश्रुति • अपने काम के बारे में कुछ निश्चय न करने वाला—किंकर्तव्यविमूढ़ • वृक्ष लता आदि से ढका स्थान- कुञ्ज • जिस लड़के का विवाह नहआ हो-कुमार • ऐसी लड़की जिसका विवाह न हुआ हो- कुमारी • बुरे कार्य करने वाला— कुकर्मी • बुरे मार्ग पर चलने वाला— कुमार्गी • जिसकी बुद्धि बहुत तेज हो- कुशाग्रबुद्धि • जो अच्छे कुल में उत्पन्न हुआ हो— कुलीन • वह व्यक्ति जिसका ज्ञान अपने ही स्थान तक सीमित हो- कूपमंडूक • किए गए उपकार को मानने वाला— कृतज्ञ •किए गए उपकार को न मानने वाला कृतघ्न • जो धन को अत्यधिक कंजूसी से खर्च करता हो-कृपण • जिसने संकल्प कर रखा है-कृतसंकल्प •जो केन्द्र से हटकर दूर जाता हो- केन्द्रापसारी • जो केन्द्र की ओर उन्मुख हो- केन्द्राभिसारी/केन्द्राभिमुख• सर्प के शरीर से निकली हुई खोली- केंचुली •जो क्षमा किया जा सके-क्षम्य • जिसका कुछ ही समय में नाश हो जाए-क्षणभंगुर • जहाँ धरती और आकाश मिलते हुए दिखाई देते हैं- क्षितिज • जो भूख मिटाने के लिए बेचैन हो–क्षुधातुर • भूख से पीड़ित-क्षुधार्त • वह स्त्री जिसका पति अन्य स्त्री के साथ रात को रहकर प्रातः लौटे-खीं • आकाशीय पिंडों का विवेचन करने वाला— खगोलशास्त्री • जो व्यक्ति अपने हाथ में तलवार लिए रहता है-खड्गहस्त • नायक का प्रतिद्वन्द्वी-खलनायक • जहाँ से गंगा नदी का उद्गम होता है-गंगोत्री • शरीर का व्यापार करने वाली स्त्री-गणिका • जो आकाश को छू रहा हो-गगनस्पर्शी • पहले से चली आ रही परम्परा का अनुपालन करने वाला— गतानुगतिक • ग्रहण करने योग्य-ग्राह्य • गीत गाने वाला/वाली-गायक/गायिका • गीत रचने वाला गीतकार • हर पदार्थ को अपनी ओर आकृष्ट करने वाली शक्ति- गुरुत्वाकर्षण •जो बात गूढ़ (रहस्यपूर्ण) हो-गूढोक्ति • जीवन को द्वितीय आश्रम-गृहस्थाश्रम • गायों के खुरों से उड़ी धूल-गोधूलि • जब गायें जंगल से लौटती हैं और उनके चलने की धूल आसमान में उड़ती है • गायों के रहने का स्थान–गौशाला • घास खोदकर जीवन निर्वाह करने वाला— घसियारा • शरीर की हानि करने वाला— घातक •जो घृणा का पात्र हो-घृणित/घृणास्पद • जिसके सिर पर चंद्रकला हो (शिव)– चंद्रचूड/चंद्रशेखर

  • वह कृति जिसमें गद्य और पद्य दोनों हों— चंपू • चक्र के रूप में घूमती हुई चलने वाली हवा-चक्रवात • ब्याज का वह प्रकार जिसमें मूल ब्याज पर भी ब्याज लगता है-चक्रवृद्धि ब्याज • जिसके हाथ में चक्र हो-चक्रपाणि • चार भुजाओं वाला— चतुर्भुज •कार्य करने की इच्छा—चिक्कीर्षा • लंबे समय तक जीने वाला— चिरंजीवी •जो चिरकाल से चला आया है—चिरंतन • जो बहुत समय तक ठहर सके-चिरस्थायी • चिंता (चिंतन) करने योग्य बात- जितनीय/चित्य • जिस पर चिह्न लगाया गया हो-चिह्नित • चार पैरों वाला— चौपाया/चतुष्पद •जो गुप्त रूप से निवास कर रहा हो-छद्मवासी • दूसरों के केवल दोषों को खोजने वाला—छिद्रान्वेषी • पत्थर को गढ़ने वाला औजार—छैनी • एक स्थान से दूसरे स्थान पर चलने वाला— जंगम • पेट की अग्नि-जठराग्नि •बारात ठहरने का स्थान-जनवासा •जो जल बरसाता हो-जलद •जो जल से उत्पन्न हो-जलज • वह पहाड़ जिसके मुख से आग निकले- ज्वालामुखी •जल में रहने वाला जीव-जलचर • जनता द्वारा चलाया जाने वाला तंत्र-जनतंत्र • उम्र में बड़ा- ज्येष्ठ •जो चमत्कारी क्रियाओं का प्रदर्शन करता हो-जादुगर • जिसने आत्मा को जीत लिया हो- जितात्मा • जानने की इच्छा रखने वाला— जिज्ञासु • इन्द्रियों को वश में करने वाला-जितेन्द्रिय • किसी के जीवन-भर के कार्यों का विवरण-जीवन-चरित्र •जो जीतने के योग्य हो-जेय •जेठ (पति का बड़ा भाई) का पुत्र-जेठोत • स्त्रियों द्वारा अपनी इज्जत बचाने के लिए किया गया सामूहिक अग्नि-प्रवेश- जौहर •ज्ञान देने वाली-ज्ञानदा • जो ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा रखता हो- ज्ञानपिपासु • बहुत गहरा तथा बहुत बड़ा प्राकृतिक जलाशय- झील • जहाँ सिक्कों की ढलाई होती है- टकसाल • बर्तन बनाने वाला— ठठेरा • जनता को सूचना देने हेतु बजाया जाने वाला वाद्य–ढिंढोरा •जो किसी भी गुट में न हो- तटस्थ/निर्गुट • हल्की नींद-तन्द्रा • जो किसी कार्य या चिन्तन में डुबा हो— तल्लीन • ऋषियों के तप करने की भूमि– तपोभूमि • उसी समय का- तत्कालीन • वह राजकीय धन जो किसानों की सहायता हेतु दिया जाता है-तकार • जिसमें बाण रखे जाते हैं-तरकश/तणीर •जो चोरी-छिपे माल लाता ले जाता हो-तस्कर • किसी को पद छोड़ने के लिए लिखा गया पत्र-त्यागपत्र • तर्क करने वाला व्यक्ति–तार्किक • दैहिक, दैविक और भौतिक सुख-तापत्रय • तैर कर पार जाने की इच्छा—तितीर्षा •ज्ञान में प्रवेश का मार्गदर्शक-तीर्थकर • वह व्यक्ति जो छुटकारा दिलाता है/रक्षा करता है- त्राता • दुखान्त नाटक-त्रासदी • भूत, वर्तमान और भविष्य को जानने/देखने वाला—त्रिकालज्ञ/त्रिकालदर्शी • गंगा, जमुना और सरस्वती नदी का संगम-त्रिवेणी • जिसके तीन आँखे हैं-त्रिनेत्र – • वह स्थान जो दोनों भृकुटिओं के बीच होता है-त्रिकुटी • तीन महीने में एक बार त्रैमासिक •जो धरती पर निवास करता हो-थलचर • पति और पत्नी का जोड़ा-दंपती • दस वर्षों की समयावधि-दशक • गोद लिया हुआ पुत्र-दत्तकी • संकुचित विचार रखने वाला— दकियानूस • धन जो विवाह के समय पुत्री के पिता से प्राप्त हो- दहेज • जंगल में फैलने वाली आग— दावानल •दिन भर का कार्यक्रम-दिनचर्या • दिखने मात्र को अच्छा लगने वाल—दिखावटी •जो सपना दिन (दिवा) में देखा जाता है—दिवास्वप्न • दो बार जन्म लेने वाला (ब्राह्मण, पक्षी, दाँत)-द्विज • जिसने दीक्षा ली हो-दीक्षित •अनचित बात के लिए आग्रह-दुराग्रह • बुरे भाव से की गई संधि-दुरभिसंधि • वह कार्य जिसको करना कठिन हो- दुष्कर • दो विभिन्न भाषाएँ जानने वाले व्यक्तियों को एक-दूसरे की बात समझाने वाला— दुभाषिया • जो शीघ्रता से चलता हो- द्रुतगामी

 

नष को धारण कालाधनेच्लाने वाला अ

  • जिसे कठिनाई से जाना जा सके- दुर्जेय • जिसको पकड़ने में कठिनाई हो- दुरभिग्रह/दुग्राह्य • पति के स्नेह से वंचित स्त्री-दुर्भगा। • जिसे कठिनता से साधा/सिद्ध किया जा सके- दुस्साध्य •जो कठिनाई से समझ में आता है दुर्बोध • वह मार्ग जो चलने में कठिनाई पैदा करता है-दुर्गम • जिसमें खराब आदतें हो— दुर्व्यसनी • जिसको मापना कठिन हो- दुष्परिमेय • जिसको जीतना बहुत कठिन हो- दुर्जेय • वह बच्चा जो अभी माँ के दुध पर निर्भर है— दुधमुँहा • बुरे भाग्य वाला— दुर्भाग्यशाली • जिसमें दया भावना हो— दयालु • जिसका आचरण बुरा हो- दुराचारी • दूध पर आधारित रहने वाला— दुग्धाहारी • जिसकी प्राप्ति कठिन हो- दुर्लभ जिसका दमन करना कठिन हो- दुर्दमनीय • आगे की बात सोचने वाला व्यक्ति दूरदर्शी • देश से द्रोह करने वाला देशद्रोही • देह से सम्बन्धित दैहिक • देव के द्वारा किया हुआ- दैविक • प्रतिदिन होने वाला दैनिक •धन से सम्पन्न-धनी •जो धनुष को धारण करता हो- धनुर्धर • धन की इच्छा रखने वाला—धनेच्छु • गरीबों के लिए दान के रूप में दिया जाने वाला अन्न-धन आदि-धर्मादा • जिसकी धर्म में निष्ठा हो-धर्मनिष्ठा • किसी के पास रखी हुई दूसरे की वस्तु–धरोहर/थाती • मछली पकड़कर आजीविका चलाने वाला-धीवर • जो धीरज रखता हो-धीर •धुरी को धारण करने वाला अर्थात् आधारभूत कार्यों में प्रवीण-धुरंधर • अपने स्थान पर अटल रहने वाला-ध्रुव • ध्यान करने योग्य अथवा लक्ष्य- ध्येय • ध्यान करने वाला-ध्याता/ध्यानी

जिसका जन्म अभी-अभी हआ हो- नवजात • गाय को दुहते समय बछड़े का गला बाँधने की रस्सी जो गाय के पैरों में बाँधी जाती है— नवि) •जो नया-नया आया है— नवागंतुक • जिसका उदय हाल ही में हुआ है- नवोदित • जो आकाश में विचरण करता है-नभचर • सम्मान में दी जाने वाली भेंट-नजराना • जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो-नवोढ़ा • ईश्वर में विश्वास न रखने वाला— नास्तिक • पुराना घाव जो रिसता रहता हो— नासूर •जो नष्ट होने वाला हो-नाशवान/नश्वर • नरक के योग्य-नारकीय • वह स्थान या दुकान जहाँ हजामत बनाई जाती है-नापितशाला • किसी से भी न डरने वाला—निडर/निर्भीक •जो कपट से रहित है—निष्कपट • जो पढ़ना-लिखना न जानता हो-निरक्षर • जिसका कोई अर्थ न हो-निरर्थक • जिसे कोई इच्छा न हो-निस्पृह • रात में विचरण करने वाला-निशाचर • जिसका आकार न हो-निराकार • केवल शाक, फल एवं फूल खाने वाला या जो मांस न खाता हो- निरामिष जिससे किसी प्रकार की हानि न हो- निरापद • जिसके अवयव न हो-निरवयव • बिना भोजन (आहार) के-निराहार • जो यह मानता है कि संसार में कुछ भी अच्छा होने की आशा नहीं है— निराशावादी • जो उत्तर न दे सके—निरुत्तर • जिसके कोई दाग/कलंक न हो-निष्कलंक • जिसमें कोई कंटक/अड़चन न हो- निष्कंटक • जिसका अपना कोई शुल्क न हो- निःशुल्क • जिसके संतान न हो- निःसंतान • जिसका अपना कोई स्वार्थ न हो- निस्स्वार्थ • व्यापारिक वस्तुओं को किसी दूसरे देश में भेजने का कार्य निर्यात • जिसको देश से निकाल दिया गया हो—निर्वासित • बिना किसी बाधा के-निर्बाध •जो ममत्व से रहित हो.-निर्मम • जिसकी किसी से उपमा/तुलना न दी जा सके-निरुपम •जो निर्णय करने वाला हो- निर्णायक • जिसे किसी चीज की लालसा न हो-निष्काम • जिसमें किसी बात का विवाद न हो- निर्विवाद

जो नीति जानता हो-नीतिज्ञ • रंगमंच पर पर्दे के पीछे का स्थान-नेपथ्य • आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत करने वाला— नैष्ठिक • जो नीति के अनुकूल हो-नैतिक • जो न्यायशास्त्र की बात जानता हो-नैयायिक • घृत, दुग्ध, दधि, शहद व शक्कर से बनने वाला पदार्थ- पंचामृत • पक्षपात करने वाला- पक्षपाती • पदार्थ का सबसे छोटा कण- परमाणु • जितने की आवश्यकता हो उतना- पर्याप्त • महीने के दो पक्षों में से एक–पखवाड़ा • नाटक का पर्दा गिरना-पटाक्षेप/यवनिकापतन • अपनी गलती के लिए किया हुआ दुःख– पश्चाताप • केवल अपने पति में अनुराग रखने वाली स्त्री-पतिवता • पति को चुनने की इच्छा वाली कन्या-पतिम्वरा • उपाय/मार्ग बताने वाला— पथ-प्रदर्शक/मार्गदर्शक • अपने मार्ग से च्युत/भटका हुआ-पथभ्रष्ट •अपने पद से हटाया हुआ-पदच्युत •जो भोजन रोगी के लिए उचित है— पथ्य • घूमने-फिरने/देश-देशान्तर भ्रमण करने वाला यात्री- पर्यटक • केवल दूध पर निर्भर रहने वाला- पयोहारी • दूसरों पर निर्भर रहने वाला—पराश्रित/पराश्रयी •परपुरुष से प्रेम करने वाली स्त्री-परकीया • पति द्वारा छोड़ दी गई पत्नी–परित्यका • दूसरे का मुँह ताकने वाला- परमुखापेक्षी • जो पहनने लायक हो— परिधेय • जो मापा जा सके- परिमेय • जो सदा बदलता रहे-परिवर्तनशील • जो आँखों के सामने न हो-परोक्ष/अप्रत्यक्ष • दूसरे पर उपकार करने वाला— परोपकारी/परमार्थी •जो पूरी तरह से पक चुका हो/पारंगत हो चुका हो- परिपक्व • पर्दे के अंदर रहने वाली—पर्दानशीन • प्रशंसा करने योग्य- प्रशंसनीय • किसी प्रश्न का तत्काल उत्तर दे सकने वाली मति-प्रत्युत्पन्नमति • किसी वाद का विरोध करने वाला प्रतिवादी • शरणागत की रक्षा करने वाला-प्रणतपाल • वह ध्वनि जो कहीँ से टकराकर आए–प्रतिध्वनि •जो किसी मत को सर्वप्रथम चलाता है-प्रवर्तक • वह स्त्री जिसके हाल ही में शिशु उत्पन्न हुआ हो-प्रसूता • वह आकृति जो किसी शीशे, जल आदि मैं दिखाई दे प्रतिबिम्ब • हास्य रस से परिपूर्ण नाटिका- प्रहसन • प्रमाण द्वारा सिद्ध करने योग्य-प्रमेय • संध्या के बाद व रात्रि होने के पूर्व का समय-प्रदोष/पूर्वरात्र • ज्ञान नेत्र से देखने वाला अंधा व्यक्ति-प्रज्ञाचक्षु • सभा में विचारार्थ प्रस्तुत बात-प्रस्ताव • हाथ से लिखी गई पुस्तक-पाण्डुलिपि • किसी परिश्रम के बदले मिलने वाली राशि-पारिश्रमिक • जिसका स्वभाव पशुओं के समान हो- पाशविक • महीने के प्रत्येक पक्ष से संबंधित-पाक्षिक • किसी विषय का पूर्ण ज्ञाता- पारंगत • जिसमें से आर-पार देखा जा सकता हो- पारदर्शी •जो परलोक से संबंधित हो-पारलौकिक • मार्ग में खाने के लिए भोजन-पाथेय • जिसका संबंध पृथ्वी से हो— पार्थिव • ज्ञात इतिहास के पूर्व समय का— प्रागैतिहासिक • स्थल का वह भाग जिसके तीन ओर पानी हो— प्रायद्वीप • जिसको देखकर अच्छा लगे—प्रियदर्शी • पीने की इच्छा रखने वाला-पिपासु • बार-बार कही गई बात-पुनरुक्ति • जिसका पुनः जन्म हआ हो-पुनर्जन्म • पहले किया गया कथन–पूर्वोक्त • दोपहर से पहले का समय-पूर्वाह्न • प्राचीन इतिहास का ज्ञाता-पुरातत्त्ववेत्ता • पीने योग्य पदार्थ-पैय • पिता एवं प्रपिताओं से संबंधित-पैतृक • जो सम्पत्ति पिता से प्राप्त हो— पैतृक सम्पत्ति • फटे-पुराने कपड़े पहनने वाला— फेटीचर • केवल फलों पर निर्वाह करने वाला-फलाहारी • फल की इच्छा रखने वाला फलेच्छु •बुरी किस्मत वाला-बदकिस्मत •बुरे मिजाज (आचरण) वाला-बदमिजाज • सूर्योदय से पहले दो घड़ी तक का समय-ब्रह्ममुहूर्त • जीवन का प्रथम आश्रम- ब्रह्मचर्याश्रम • बहुत विषयों का जानकार— बहुज्ञ • जिसने सुनकर अनेक विषयों का ज्ञान प्राप्त किया हो— बहुश्रुत • समुद्र में लगने वाली आग-बड़वानल

  • जो अनेक रूप धारण करता हो-बहुरूपिया • बहुत से देवताओं के अस्तित्व में विश्वास करने वाला मत-बहुदेववाद • काफी अधिक कीमत का— बहुमूल्य • अनेक भाषाओँ को जानने वाला— बहुभाषाविद् • रात का भोजन- व्यालू/रात्रिभोज • जिस स्त्री के कोई संतान नहीं हुई हो— बाँझ • खाने का इच्छुक- बुबुक्षु
  • किसी भवनादि के खंडित होने के बाद बचे भाग- भग्नावशेष • भय के कारण बेचैन- भयाकुल •भाग्य पर भरोसा रखने वाला-भाग्यवादी •जो भाग्य का धनी हो-भाग्यवान • दीवारों पर बने हुए चित्र-भित्तिचित्र • जो पृथ्वी के भीतर का ज्ञान रखता हो- भूगर्भवेता • धरती पर चलने वाला जन्तु-भूचर • जो पहले था या हुआ— भूतपूर्व • धरती को धारण करने वाला पर्वत-भूधर • औषधियों का जानकार— भेषज • प्रातःकाल गाया जाने वाला राग भैरवी •सूर्योदय के पहले का समय-भोर • भूगोल से संबंधित-भौगोलिक • फूलों का रस-मकरंद •दोपहर का समय-मध्यान •सर्दी में होने वाली वर्षा-महावट/मावठ • हाथी को हाँकने वाला—महावत • सुख एवं दुःख में एक समान रहने वाला मनस्वी • जिसकी आँखें मगर जैसी हो- मकराक्ष •किसी मत का अनुसरण करने वाला-मतानुयायी • दो पक्षों के बीच में पड़कर फैसला कराने वाला-मखत्राता/यज्ञरक्षक • जो बहुत ऊँची अकांक्षा/इच्छा रखता हो-महत्वाकांक्षी • जिसकी बुद्धि कमजोर है- मन्दबुद्धि/मतिमान्य • जिसकी आत्मा महान हो-महात्मा • किसी चीज के मर्म का ज्ञाता-मर्मज्ञ • मध्यरात्रि का समय-मध्यरात्र • मन का असीम दुःख- मनस्ताप • जहाँ केवल रेत ही रेत हो- मरुस्थल • माँस आदि खाने वाला माँसाहारी • माह में होने वाला— मासिक • माता की हत्या करने वाला—मातृहंता • कम खाने वाला-मिताहारी • कम खर्च करने वाला-मितव्ययी • जो असत्य बोलता हो-मिथ्यावादी • जिस स्त्री की आँखें मछली के समान हों-मीनाक्षी • थोड़ा खिला हुआ फूल-मुकुल • शुभ कार्य हेतु निकाला गया समय-मुहूर्त • दिल खोलकर कहना-मुक्तकंठ • मुद्रा का अधिक चलन/प्रसार- मुद्रास्फीति • मरणासन्न अवस्थावाला/शक्ति के अनुसार-मुमूषु • मरने की इच्छा— मुमूर्षा • मोक्ष की इच्छा रखने वाला-मुमुक्षु •चपचाप देखने वाला-मकदर्शक • हरिण के नेत्रों जैसी आँखों वाली मगनयनी•जो मीठी वाणी बोलता हो-मृदुभाषी ( • जिसने मृत्यु को जीत लिया हो-मृत्युंजय • कमल की डंडी- मृणाल • जो रचना किसी व्यक्ति की अपनी स्वयं की हो एवं नई हो-मौलिक • जुड़वाँ भाई या बहन- यमल/यमला • रंगमंच का परदा- यवनिका • शक्ति के अनुसार करना – यथाशक्ति) •जैसा चाहिए, उचित हो वैसा- यथोचित •जो यंत्र से संबंधित हो – यांत्रिक • जब तक जीवन रहे-यावज्जीवन/जीवनपर्यंत • घूम-घूमकर जीवन बिताने वाला यायावर • समाज को नई दिशा देकर नए युग की शुरुआत करने वाला— युगप्रवर्तक • अपने युग का ज्ञान रखने वाला-युगद्रष्टा • यज्ञ-स्थान पर स्थापित किया जाने वाला खंभा-यूप • रात को कुछ भी दिखाई नहीं देने वाला रोग— रतौंधी • किसानों से भूमि कर लेने वाला सरकारी विभाग— राजस्व विभाग • राज्य द्वारा आधिकारिक रूप से प्रकाशित होने वाला पत्र-राजपत्र(गजट) • जिसके नीचे रेखाएँ लगाई गई हों- रेखांकित • प्रेम, आनन्द, भय आदि से रोंगटे खड़े होने की दशा— रोमांच • प्रसन्नता से जिसके रोंगटे खड़े हो गए हों- रोमांचित •जो लकड़ी काटकर जीवन बिताता हो-लकड़हारा • जिसका वंश लुप्त हो गया हो-लुप्तवंश • लोभी स्वभाव वाला— लुब्धालोभी
  • जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाएँ-लोमहर्षक • वंश परम्परा के अनुसार- वंशानुगत • जिसके हाथ में वज्र हो— वज्रपाणि •बहुत ही कठोर और बड़ा आघात-वज्राघात •बचपन और यौवन के मध्य की उम्र-वयसंधि • जिसका वर्णन न किया जा सके-वर्णनातीत • अधिक बोलने वाला-वाचाल • सन्तान के प्रति प्रेम-वात्सल्य • मुकदमा दायर करने वाला वादी • भाषण देने में चतुर- वाग्मी। • जिसका वाणी पर पूर्ण अधिकार हो- वाचस्पति • सामाजिक मानमर्यादा के विपरीत कार्य करने वाला-वामाचारी • गृह-निर्माण संबंधी विज्ञान- वास्तुविज्ञान • बाहर के तापमान का असर रोकने हेतु की जाने वाली व्यवस्था वातानुकूलन • वह कन्या जिसके विवाह करने का वचन दे दिया गया हो- वाग्दता • जिसमें विष मिला हुआ हो—विषाक्त • जिस पर विश्वास किया जा सके-विश्वस्त • जिस विषय में निश्चित मत न हो- विवादास्पद • जिसकी पत्नी मर चुकी हो- विधुर • स्त्री जिसका पति मर गया हो- विधवा • सौतेली माँ— विमाता •जो दूसरी जाति का हो-विजातीय • जिस पर अभी विचार चल रहा हो- विचाराधीन • वह स्त्री जो पढ़ी-लिखी व ज्ञानी हो-विदषी • अपना हित-अहित सोचने में समर्थ-विवेकी • अपनी जगह से अलग किया हुआ— विस्थापित • जिसके अंदर कोई विकार आ गया हो- विकृत • जो अपने धर्म के विरुद्ध कार्य करने वाला हो- विधर्मी •जो विधि/कानून के अनुसार सही हो- विधिवत/वैध • किसी विषय का विशेष ज्ञान रखने वाला—विशेषज्ञ •विनाश करने वाला—विध्वंसक। • जिसके शरीर के भाग में कमी हो— विकलांग • जिसे व्याकरण का पूरा ज्ञान हो-वैयाकरण • सौ वर्षों का समूह-शताब्दी •जो शरण में आ गया हो-शरणागत • शरण की इच्छा रखने वाला- शरणार्थी • हाथ में पकड़कर चलाया जाने वाला हथियार जैसे तलवार-शस्त्र •सौ वस्तुओं का संग्रह-शतक •जो सौ बातें एक साथ याद रख सकता है— शतावधानी • जिसके स्मरण मात्र से ही शत्रु का नाश हो/शत्रु का नाश करने वाला— शत्रुघ्न • जिसका कोई आदि और अंत न हो- शाश्वत • शाक, फल और फूल खाने वाला— शाकाहारी/निरामिष • जिस शब्द के दो अर्थ हों-शिलष्ट • शिव का आलय (स्थान)-शिवालय • शुभ चाहने वाला— शुभेच्छु/शुभाकांक्षी • अनुसंधान के लिए दिया जाने वाला अनुदान- शोधवृत्ति •जो सुनने योग्य हो– श्रव्य/श्रवणीय • जिसमें श्रद्धा भावना हो— श्रद्धालु • पति/पत्नी का पिता— श्वसुर • पति/पत्नी की माता-श्वश्रू (सास) • पति/पत्नी का भाई- श्वशुर्य (साला) • जिसके छह कोण हों षट्कोण • जिसके छह पद हों (भौरा)-षट्पद • छह-छह माह में होने वाला—षण्मासिक • सोलह वर्ष की अवस्था वाली स्त्री-षोडशी • दो नदियों के मिलने का स्थान- संगम • इन्द्रियों को वश में रखने वाला–संयमी • जो समाचार भेजता है— संवाददाता • एक ही माँ से उत्पन्न भाई/बहने-सहोदर सहोदरा • सात सौ दोहों का समूह-सतसई • जो गुण-दोषों का विवेचन करता हो- समालोचक • सब कुछ जानने वाला-सर्वज्ञ। •जो समान आयु का हो-समवयस्क । •जो सभी को समान दृष्टि से देखता हो— समदर्शी • साहित्यिक गुण-दोषों की विवेचना करने वाला- समीक्षक • वह स्त्री जिसका पति जीवित हो-सधवा •जो सदा से चला आ रहा हो-सनातन •अन्य लोगों के साथ गाया जाने वाला गीत-सहगान • उसी समय में होने वाला/रहने वाला— समकालीन • साथ पढ़ने वाला— सहपाठी • जो दूसरों की बात सहन कर सकता हो— सहिष्णु •छत या संसर्ग से फैलने वाला रोग- संक्रामक •जो एक ही जाति के हों-सजातीय • गीतों की धुन बनाने वाला— संगीतकार • रस पूर्ण- सरस
  • साथ काम करने वाला-सहकर्मी • सबको प्रिय लगने वाला— सर्वप्रिय •सद् आचरण रखने वाला-सदाचारी • ज्ञान देने वाली देवी सरस्वती • जो अपनी पत्नी के साथ हो- सपत्नीक – सत्य के लिए आग्रह-सत्याग्रह • शर्तों के साथ काम करने का समझौता-संविदा • जो सत्य बोलता हो- सत्यवादी/सत्यभाषी • संहार करने वाला/मारने वाला-संहारक • जिसका चरित्र अच्छा हो-सच्चरित्र •न बहुत ठण्डा न बहुत गर्म- समशीतोष्ण •जो सब कुछ खाता हो— सर्वभक्षी • सब कुछ पाने वाला— सर्वलब्ध • जो समस्त देशों/स्थानों से संबंधित हो– सार्वभौमिक • रथ हाँकने वाला सारथि • जो पढ़ना-लिखना जानता है-साक्षर • सप्ताह में एक बार होने वाला- साप्ताहिक • सभी लोगों के लिए सार्वजनिक • आकार से युक्त (मूर्तिमान)- साकार •जो सब जगह विद्यमान हो- सर्वव्यापी • जिसकी ग्रीवा सुंदर हो— सुग्रीव •जो सोया हुआ हो- सुषुप्त • सधवा रहने की दशा या अवस्था सुहाग • पसीने से उत्पन्न जीव (जैसे जूं आदि)-स्वेदज – किसी संस्था या व्यक्ति के पचास वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य में होने वाला उत्सव– स्वर्ण जयंती • स्त्री के स्वभाव जैसा-स्त्रैण • गतिहीन रहने वाला-स्थावर • जिसको सिद्ध करने के लिए अन्य प्रमाणों की जरूरत न हो- स्वयंसिद्धास्वतः प्रमाण • अपनी ही इच्छानुसार पति का वरण करने वाली स्वयंवरा •जो स्वयं भोजन बनाकर खाता हो— स्वयंपाकी •जो अपने ही अधीन हो- स्वाधीन • जो अपना ही हित सोचता हो— स्वार्थी • सौ वस्तुओं का संग्रह– सँकड़ा/शतक • हमला करने वाला— हमलावर • सेना का वह भाग जो सबसे आगे हो-हरावल • हवन से संबंधित सामग्री- हवि • ऐसा बयान जो शपथ सहित दिया गया हो-हलफनामा • दूसरे के काम में दखल देना- हस्तक्षेप • ऐसा दुःख जो हृदय को चीर डाले- हृदय विदारक • हृदय से संबंधित हार्दिक • जिस पर हँसी आती हो/जो हँसी का पात्र हो-हास्यास्पद • किसी संस्था या व्यक्ति के साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाला • जो बात हृदय में अच्छी तरह बैठ गई हो— हृदयंगम • दुसरों का हित चाहने वाला हितैषी • नेंटलने वाली घटना/अवश्यंभावी घटना/भाग्याधीन—होनहार • यज्ञ में आहुति देने वाला— होमाग्नि विभिन्न प्रकार की इच्छाएँ:

Acad • किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा— अभीप्सा • सांसारिक वस्तुओं को प्राप्त करने की इच्छा- एषणा

81 • कार्य करने की इच्छा—चिकीर्षा •जानने की इच्छा- जिज्ञासा •जीतने, दमन करने की इच्छा—जिगीषा • किसी को जीत लेने की इच्छा रखने वाला-जिगीषु •किसी को मारने की इच्छा—जिघांसा • भोजन करने की इच्छा—जिघत्सा • ग्रहण करने, पकड़ने की इच्छा-जिघृक्षा • जिंदा रहने की इच्छा-जिजीविषा • ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा ज्ञानपिपासा • तैर कर पार जाने की इच्छा-तितीर्षा • धन की इच्छा रखने वालाधनेच्छु • पीने की इच्छा रखने वाला— पिपासु • फल की इच्छा रखने वाला-फलेच्छु • खाने की इच्छा-बुभुक्षा – •खाने का इच्छुक-बुभुक्षु •जो अत्यधिक भूखा हो-बुभुक्षित • मोक्ष की इच्छा रखने वाला- मुमुक्षु • मरने की इच्छा- मुमुर्षा

मरणासन्न अवस्था वाला/मरने को इच्छुक-मुमूर्षु

युद्ध की इच्छा रखने वाला— युयुत्सु

युद्ध करने की इच्छा-युयुत्सा

शुभ चाहने वाला— शुभेच्छु

हित चाहने वाला-हितैषी

About the author

Abhishek Dubey

नमस्कार दोस्तों , मैं अभिषेक दुबे, Onlinegktrick.com पर आप सभी का स्वागत करता हूँ । मै उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले का रहने वाला हूँ ,मैं एक upsc Aspirant हूँ और मै पिछले दो साल से upsc की तैयारी कर रहा हूँ ।

यह website उन सभी students को समर्पित है, जो Students गाव , देहात या पिछड़े क्षेत्र से है या आर्थिक व सामाजिक रूप से फिछड़े है

Thankyou

Leave a Comment