जैन धर्म – जाने सभी महत्वपूर्ण तथ्य ( Jain Dharm – Important Facts )
नमस्कार दोस्तो , मैं अभिषेक दुबे ( ABHISHEK DUBEY ) एक बार फिर से OnlineGkTrick.com पर आपका स्वागत करता हूँ , दोस्तों इस पोस्ट मे हम आपको जैन धर्म – जाने सभी महत्वपूर्ण तथ्य ( Jain Dharm – Important Facts ) की जानकारी उपलब्ध करा रहे है ! जो आपके आगामी प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए बहुत Important है , तो दोस्तों उम्मीद है यह जानकारी आपके आने वाले लगभग सभी Compatitive Exams लिए काफी Helfull साबित होगा .
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जैन धर्म (JAINISM)
जैन धर्म छठवीं शताब्दी में उदित हुए उन 62 नवीन धार्मिक संप्रदायों में से एक था। परंतु अंत में जैन धर्म एवं बौद्ध धर्म ही प्रसिद्ध हुए। छठी शताब्दी ई०पू० में भारत में उदित हुए प्रमुख धार्मिक संप्रदाय निम्न थे –
- जैन धर्म [(वर्धमान महावीर (वास्तविक संस्थापक)]
- बौद्ध धर्म (गौतम बुद्ध)
- आजीवक सम्प्रदाय (मक्खलि गोशाल)
- अनिश्चयवाद (संजय वेट्टलिपुत्र)
- भौतिकवाद (पकुध कच्चायन)
- यदृच्छवाद (आचार्य अजाति केशकम्बलीन)
- घोर अक्रियावादी (पूरन कश्यप)
- सनक संप्रदाय (द्वैताद्वैत) (निम्बार्क)
- रुद्र संप्रदाय (शुद्धाद्वैत) (विष्णुस्वामी वल्लभाचार्य)
- ब्रह्म संप्रदाय (द्वैत) (आनंद तीर्थ)
- वैष्णव सम्प्रदाय (विशिष्टाद्वैत) (रामानुज)
- रामभक्त सम्प्रदाय (रामानंद)
- परमार्थ सम्प्रदाय (रामदास)
- श्री वैष्णव सम्प्रदाय (रामानुज)
- बरकरी संप्रदाय (नामदेव)
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जैन धर्म (JAINISM) जैन धर्म – जाने सभी महत्वपूर्ण तथ्य ( Jain Dharm – Important Facts )
- जैन धर्म के संस्थापक इसके प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव थे।
- जैन परंपरा में धर्मगुरुओं को तीर्थंकर कहा गया है तथा इनकी संख्या 24 बताई गई है।
- जैन शब्द जिन से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ होता है इंद्रियों पर विजय प्राप्त करने वाला।
- ज्ञान प्राप्ति के पश्चात महावीर को ‘जिन’ की उपाधि मिली एवं इसी से ‘जैन धर्म नाम पड़ा एवं महावीर इस धर्म के वास्तविक संस्थापक कहलाये।
- जैन धर्म को संगठित करने का श्रेय वर्धमान महावीर को जाता है। परंतु, जैन धर्म महावीर से पुराना है एवं उनसे पहले इस धर्म में 23 तीर्थंकर हो चुके थे। महावीर इस धर्म के 24वें तीर्थंकर थे।
- इस धर्म के 23वें तीर्थंकर पाश्र्वनाथ एवं ‘24वें तीर्थंकर महावीर को छोड़कर शेष तीर्थंकरों के विषय में कोई विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं हैं।
- यजुर्वेद के अनुसार ऋषभदेव का जन्म इक्
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