दिल्ली सल्तनत : कला एवं स्थापत्य नोट्स
*कुतुबुद्दीन ऐबक ने अजमेर में ढाई दिन का झोपड़ा’ मस्जिद तथा दिल्ली में रायपिथौरा के किले के निकट ‘कुव्वत-उल-इस्लाम’ मस्जिद बनवाया। * दिल्ली में कुतुबमीनार का निर्माण प्रारंभ करवाया, जिसे इल्तुतमिश ने पूरा किया। * इल्तुतमिश ने सुल्तानगढ़ी, हौज-ए-शम्सी, शम्सी ईदगाह, बदायूं की जामा मस्जिद, अतरकीन का दरवाजा (नागौर) बनवाया था।
*अलाई दरवाजा’ का निर्माण सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने ‘कुतुबमीनार’ के निकट करवाया था। इसका निर्माण लाल पत्थरों तथा संगमरमर के द्वारा हुआ। *यह 1311 ई. में बनकर तैयार हुआ। अलाउद्दीन खिलजी ने निजामुद्दीन औलिया की दरगाह में जमात-एखाना मस्जिद, हजार सितून, हौज-ए-अलाई का निर्माण करवाया था। *सुल्तान मुबारकशाह खिलजी ने राजपूताना में उखा मस्जिद का निर्माण करवाया था।
*भारत में विशुद्ध इस्लामी शैली में निर्मित प्रथम मकबरा सुल्तान बलबन द्वारा दिल्ली में किला रायपिथौरा के समीप बनवाया गया स्वयं का मकबरा था। बलबन के मकबरे में सर्वप्रथम मेहराब का वास्तविक रूप दिखाई पड़ता है। वहीं अलाई दरवाजा में सर्वप्रथम वैज्ञानिक ढंग से निर्मित गुंबद का प्रयोग दिखाई पड़ता है। अलाउद्दीन खिलाजी द्वारा निर्मित जमात-ए-खाना मस्जिद पूर्णतः इस्लामी शैली में निर्मित प्रथम मस्जिद है। ___*गयासुद्दीन तुगलक (1320-25 ई.) ने तुगलक वंश की स्थापना के बाद दिल्ली में एक तृतीय नगर की स्थापना की और उसका नाम ‘तुगलकाबाद’ रखा। *मोठ मस्जिद का निर्माण सिकंदर लोदी के शासनकाल में हुआ था। *सिकंदर लोदी के मकबरे का निर्माण सुल्तान इब्राहिम लोदी ने करवाया था।
*मालवा विजय के उपलक्ष्य में मेवाड़ के राणा कुंभा ने कीर्ति स्तंभ का निर्माण कराया था। *कीर्ति स्तंभ का निर्माण जैता ने किया था। *जबकि कीर्ति स्तंभ के प्रशस्तिकार अत्रि और महेश थे।