प्राचीन इतिहास: पाषाण काल से सम्बंधित प्रश्न-उत्तर (Stone Age Questions and Answers in Hindi)
1.रॉबर्ट ब्रूस फुट थे, एक
(a) भूगर्भ-वैज्ञानिक
(c) पुरावनस्पतिशास्त्री
(b) पुरातत्वविद्
(d) इतिहासकार
U.P. Lower Sub. (Pre) 2015
उत्तर-(a &b)
Note:- इनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका के अनुसार, रॉबर्ट ब्रूस फुट ब्रिटिश भूगर्भ-वैज्ञानिक और पुरातत्वविद् थे। जियोलॉजिकल सर्वे से संबद्ध रॉबर्ट ब्रूस फुट ने 1863 ई. में भारत में पाषाणकालीन बस्तियों के अन्वेषण की शुरुआत की। अतः स्पष्ट है कि इस प्रश्न का उत्तर विकल्प (a) और (b) दोनों ही हो सकते हैं।
2.कोपेनहेगन संग्रहालय की सामग्री से पाषाण, कांस्य और लौह युग का त्रियुगीय विभाजन किया था
(a) थॉमसन ने
(b) लुब्बाक ने
(c) टेलर
(d) चाइल्ड ने
U.P.P.C.S. (Pre) 2010
उत्तर-(a)
डेनमार्क के कोपेनहेगन संग्रहालय में 1818 और 1820 में एक आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, सामग्री के आधार पर पाषाण, कांस्य और लौह युग का त्रियुगीय विभाजन क्रिश्चियन जर्गेनसन थॉमसन ने किया था। यद्यपि थॉमसन ने 1836 ई. में इसी वर्गीकरण के अनुसार, संग्रहालय की वस्तुओं का विवरण प्रकाशित किया था।
3. उत्खनित प्रमाणों के अनुसार, पशुपालन का प्रारंभ हुआ था
(a) निचले पूर्वपाषाण काल में
(b) मध्य पूर्वपाषाण काल में
(c) ऊपरी एवं पाषाण काल में
(d) मध्यपाषाण काल में
U.P.P.C.S. (Mains) 2006
उत्तर-(d)
मध्यपाषाण काल के अंतिम चरण में पशुपालन के साक्ष्य प्राप्त होने लगते हैं। ऐसे पशुपालन के साक्ष्य भारत में आदमगढ़ (होशंगाबाद, म.प्र.) तथा बागोर (भीलवाड़ा, राजस्थान) से मिले हैं।
4.मध्यपाषाणिक प्रसंग में पशुपालन के प्रमाण जहां मिले, वह स्थान है
(a) लंघनाज
(b) बीरभानपुर
(c) आदमगढ़
(d) चोपनी मांडो
U.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2008
उत्तर-(c)
5.निम्नलिखित में से किस स्थल से हड्डी के उपकरण प्राप्त हुए
(a) चोपनी मांडो से
(b) काकोरिया से
(c) महदहा से
(d) सराय नाहर राय से
U.P.P.C.S. (Mains) 2010
उत्तर-(c&d)
मध्यपाषाण कालीन महदहा (उ.प्र. के प्रतापगढ़ जिले में स्थित) से बड़ी मात्रा में हड्डी एवं सींग निर्मित उपकरण प्राप्त हुए हैं। जी. आर. शर्मा महदहा में तीन क्षेत्रों का उल्लेख करते हैं, जो झील क्षेत्र, बूचड़खाना संकुल क्षेत्र एवं कब्रिस्तान निवास क्षेत्र में बंटा था। बूचड़खाना संकुल क्षेत्र से ही हड्डी एवं सींग निर्मित उपकरण एवं आभूषण बड़े पैमाने पर पाए गए हैं। सराय नाहर राय से भी अल्प मात्रा में हड्डी के उपकरण मिले हैं
6.हड्डी से निर्मित आभूषण भारत में मध्यपाषाण काल के संदर्भ में प्राप्त हुए हैं
(a) सराय नाहर राय से
(b) महदहा से
(c) लेखहिया से
(d) चोपनी मांडो से
U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013
उत्तर-(a&b)
7.एक ही कब्र से तीन मानव कंकाल निकले हैं
(a) सराय नाहर राय से
(b) दमदमा से
(c) महदहा से
(d) लंघनाज से
U.P.P.C.S. (Pre) 2016
उत्तर-(b)
मध्य गंगा घाटी के प्रतापगढ़ जिले में स्थित सराय नाहर राय, महदहा तथा दमदमा का उत्खनन हुआ है। दमदमा में लगातार पांच वर्षों तक किए गए उत्खनन के फलस्वरूप पश्चिमी तथा मध्यवर्ती क्षेत्रों से कुल मिलाकर 41 मानव शवाधान ज्ञात हुए हैं। इन शवाधानों में से 5 शवाधान युग्म-शवाधान हैं और एक शवाधान में 3 मानव कंकाल एक साथ दफनाए हुए मिले हैं। शेष शवाधानों में एक-एक कंकाल मिले हैं।
8.खाद्यान्नों की कृषि सर्वप्रथम प्रारंभ हुई थी –
(a) नवपाषाण काल में
(b) मध्यपाषाण काल में
(c) पुरापाषाण काल में
(d) प्रोटोऐतिहासिक काल में
U.P.P.C.S. (Mains) 2005
उत्तर-(a)
खाद्यान्नों का उत्पादन सर्वप्रथम नवपाषाण काल में हुआ। यही वह समय है, जब मनुष्य कृषि कर्म से परिचित हुआ।
9. भारत में मानव का सर्वप्रथम साक्ष्य कहां मिलता है?
(a) नीलगिरि पहाड़ियां
(b) शिवालिक पहाड़ियां
(c) नल्लमाला पहाड़ियां
(d) नर्मदा घाटी
Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006
उत्तर-(d)
भारत में मानव का सर्वप्रथम साक्ष्य मध्य प्रदेश के पश्चिमी नर्मदा क्षेत्र में अवस्थित ‘हथनौरा’ (होशंगाबाद) नामक पुरास्थल से प्राप्त हुआ। इसकी खोज पुरातत्वविद् अरुण सोनकिया द्वारा 5 दिसंबर, 1982 में किया गया था।
10.प्रथम मानव जीवाश्म भारत की किस नदी घाटी से प्राप्त हुआ था?
(a) गंगा नदी
(b) यमुना घाटी
(c) नर्मदा घाटी
(d) ताप्ती घाटी
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं | उपर्युक्त में से एक से अधिक
66th B.P.S.C. Re-Exam 2020
उत्तर-(c)
11. मानव द्वारा सर्वप्रथम प्रयुक्त अनाज था
(a) गेहूं
(b) चावल
(c) जौ
(d) बाजरा
U.P.P.C.S. (Pre) 1997
उत्तर-(c)
आधुनिक मानव समाज द्वारा मुख्य रूप से 8 खाद्य अनाजों का उपभोग | किया गया है-जौ, गेहूं, चावल, मक्का, बाजरा, सोरघम, राई एवं जई। अनाजों के पौधे विभिन्न क्षेत्रों में जंगली घास के रूप में विद्यमान थे. जिन्हें बीजों के रूप में अलग-अलग क्षेत्र में, अलग-अलग समय पर | मानव ने उगाया। वैश्विक दृष्टि से देखा जाए तो सर्वप्रथम जौ (Barley) 8000 ई.पू. के आस-पास भूमध्य सागर एवं ईरान के मध्य स्थित पश्चिमी एशिया के देश में मानव द्वारा उगाया गया। बाद में लगभग इन्हीं क्षेत्रों में 8000 ई.पू. के आस-पास ही गेहूं (Wheat) भी उगाया जाने लगा।
12.भारतीय उपमहाद्वीप में कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं
(a) कोलडिहवा से
(b) लहुरादेव से
(c) मेहरगढ़ से
(d) टोकवा से
U.P. Lower Sub. (Pre) 2004, U.P. Lower Sub. (Pre) 2008
उत्तर-(b)
नवीनतम खोजों के आधार पर भारतीय उपमहाद्वीप में प्राचीनतम कृषि साक्ष्य वाला स्थल उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में स्थित लहुरादेव है। यहां से 9000 ई.पू. से 7000 ई.पू. तक के बीच चावल के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। उल्लेखनीय है कि इस नवीनतम खोज के पूर्व भारतीय उपमहाद्वीप का प्राचीनतम कृषि साक्ष्य वाला स्थल मेहरगढ़ (पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थित; यहां से 7000 ई.पू. के गेहूं के साक्ष्य मिले है), जबकि प्राचीनतम चावल के साक्ष्य वाला स्थल कोलडिहवा (इलाहाबाद जिले में बेलन नदी के तट पर स्थित; यहां से 6500 ई.पू. के चावल की भूसी के साक्ष्य मिले हैं) माना जाता था। उपरोक्त संदर्भो में अब यदि विकल्प में लहुरादेव रहता है, तो उपयुक्त विकल्प वही होगा परंतु लहुरादेव के विकल्प में न होने की स्थिति में इसका उत्तर पूर्व की भांति होगा।
13.भारतीय उपमहाद्वीप में कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हए हैं
(a) ब्रह्मगिरि से
(b) बुर्जहोम से
(c) कोलडिहवा से
(d) मेहरगढ़ से
U.P.P.C.S. (Mains) 2010
उत्तर-(d)
14.भारतीय उपमहाद्वीप में कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य कहां से प्राप्त हए
(a) लोथल
(c) मेहरगढ़
(b) हड़प्पा
(d) मुंडिगाक
U.P.P.C.S. (Mains) 2007
उत्तर-(c)
15.नवपाषाण युग में भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में निम्नलिखित में से किस स्थान पर कृषि के अभ्युदय के प्रारंभिक प्रमाण प्राप्त हुए हैं?
(a) मुंडिगाक
(b) मेहरगढ़
(c) दम्ब सादत
(d) बालाकोट
(e) अमरी
Chhattisgarh P.S.C. (Pre) 2017
उत्तर-(b)
16.भारत में पशुपालन एवं कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं
(a) अंजिरा से
(b) दम्ब सदात से
(c) किली गुल मोहम्मद से
(d) मेहरगढ़ से
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
64t”B.P.S.C. (Pre) 2018
उत्तर-(d)
17.उस स्थल का नाम बताइए, जहां से प्राचीनतम स्थायी जीवन के प्रमाण मिले हैं?
(a) धौलावीरा
(b) किली गुल मोहम्मद
(c) कालीबंगा
(d) मेहरगढ़
U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008
उत्तर-(d)
दिए गए विकल्पों में प्राचीनतम स्थायी जीवन के प्रमाण सर्वप्रथम बलूचिस्तान के कच्छी मैदान स्थित मेहरगढ़ से मिले हैं। जिसके प्रामाणिक तिथि सातवीं सहस्राब्दी ईसा पूर्व (7000 ई.पू.) है। जबकि किली गुल मोहम्मद एवं कालीबंगा की प्राचीनतम तिथि क्रमशः 4000 | ई.पू. एवं 3500 ई.पू. है। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
18.निम्नलिखित में से किन स्थानों से मध्यपाषाण काल में पशुपालन के प्रमाण मिलते हैं?
(a) औदे
(b) बोरी
(c) बागोर
(d) लखनियां
U.P.P.C.S. (Pre) 2018
उत्तर-(c)
मध्यपाषाण काल से पशुपालन के साक्ष्य प्राप्त होने लगते हैं। पशुपालन के प्रारंभिक साक्ष्य मध्य प्रदेश में होशंगाबाद के निकट आदमगढ़ पुरास्थल और राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित बागोर से मिलते हैं।
19.निम्नलिखित में से किसको चालकोलिथिक युग भी कहा जाता है?
(a) पुरापाषाण युग
(b) नवपाषाण युग
(c) ताम्रपाषाण युग
(d) लौह युग
44th B.P.S.C. (Pre) 2000
उत्तर-(c)
ताम्रपाषाण युग को चालकोलिथिक (कैल्कोलिथिक) युग भी कहा जाता है। |
20. आहड़ सभ्यता के बारे में निम्न कथनों पर विचार कीजिए
-
आहड़वासी तांबा गलाना जानते थे।
-
ये लोग चावल से परिचित नहीं थे।
-
धातु का काम आहड़वासियों की अर्थव्यवस्था का एक साधन था।
-
यहां से काले-लाल रंग के मृदभांड मिले हैं, जिन पर सामान्यतः सफेद रंग से ज्यामितीय आकृतियां उकेरी गईं हैं।
सही विकल्प का चयन कीजिए
(a) 1, 3 एवं 4 सही हैं।
(b) 1 एवं 2 सही हैं।
(c) 1,2 एवं 3 सही हैं।
(d) 3 एवं 4 सही हैं।
R.AS./R.T.S. (Pre) 2021
उत्तर-(a)
अहाड़ दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में स्थित एक प्रमुख ताम्र पाषाणिक संस्कृति का स्थल है। अहाड़ संस्कृति के लोग मूलतः कृषक एवं पशुपालक थे। वे गेहूं, जौ तथा चावल से परिचित थे। अहाड़ का एक अन्य नाम ‘तांबवती’ (तांबा वाला स्थान) भी मिलता है, जिससे सूचित होता है कि यहां तांबा बहुतायत में उपलब्ध था। यहां के निवासी तांबे को गलाकर मनचाही वस्तुएं तैयार करते थे। धातु का काम अहाड़वासियों की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख साधन था। यहां से काले-लाल रंग के मृद्भांड की प्राप्ति हुई है, जिन पर सामान्यतः सफेद रंग से ज्यामितीय आकृतियां उकेरी गई हैं। इस प्रकार विकल्प (a) सही उत्तर है।
21.निम्न में से किस एक परास्थल से पाषाण संस्कृति से लेकर हड़प्पा सभ्यता तक के सांस्कृतिक अवशेष प्राप्त हए हैं?
(a) आम्री
(b) मेहरगढ़
(c) कोटदीजी
(d) कालीबंगा
U.P.P.C.S. (Pre) 2008
उत्तर-(b)
बलूचिस्तान (पाकिस्तान) में स्थित पुरास्थल मेहरगढ़ से पाषाण संस्कृति | से लेकर हड़प्पा सभ्यता तक के सांस्कृतिक अवशेष प्राप्त हुए हैं।
22.नवदाटोली का उत्खनन किसने किया था?
(a) के.डी. बाजपेयी ने
(b) वी.एस. वाकंकड़ ने
(c) एच.डी. सांकलिया ने
(d) मार्टिमर हीलर ने
U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2009
उत्तर-(c)
नवदाटोली (मध्य प्रदेश) का उत्खनन दक्कन कॉलेज, पूना के प्रोफेसर एच.डी. सांकलिया ने कराया था। यह स्थल इस महाद्वीप का सबसे विस्तृत उत्खनित ताम्रपाषाणिक ग्राम स्थल है, जिसकी तिथि ई. पू. 1600 से 1300 के मध्य निर्धारित की गई है।
23.नवदाटोली किस राज्य में अवस्थित है?
(a) गुजरात
(b) महाराष्ट्र
(c) छत्तीसगढ़
(d) मध्य प्रदेश
U.P.P.C.S. (Mains)2009
उत्तर-(d)
24.वृहत्पाषाण स्मारकों की पहचान की गई है –
(a) संन्यासी गुफाओं के रूप में
(b) मृतक को दफनाने के स्थान के रूप में
(c) मंदिर के रूप में
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
U.P.P.C.S. (Mains) 2005
उत्तर-(b)
नवपाषाण युगीन दक्षिण भारत में शवों को विभिन्न प्रकार की समाधियों में दफनाने की परंपरा विद्यमान थी। इन समाधियों को जो विशाल पाषाण खंडों से निर्मित हैं, वृहत्पाषाण या मेगालिथ (Megalith) के नाम से जाना जाता है। इनके विभिन्न प्रकार हैं। जैसे- सिस्ट-समाधि, पिट सर्किल, कैर्न-सर्किल, डोल्मेन, अंब्रेला-स्टोन, हुड-स्टोन, कंदराएं, मेहि।
25.’राख का टीला’ निम्नलिखित किस नवपाषाणिक स्थल से संबंधित है?
(a) बुदिहाल
(b) संगनकल्लू
(c) कोलडिहवा
(d) ब्रह्मगिरि
U.P.P.C.S. (Mains)2009
उत्तर-(b)
कर्नाटक में मैसूर के पास वेल्लारी जनपद में स्थित संगनकल्लू नामक नवपाषाण कालीन पुरास्थल से ‘राख के टीले’ प्राप्त हुए हैं।
26. ‘भीमबेटका’ किसके लिए प्रसिद्ध है?
(a) गुफाओं के शैल चित्र
(b) खनिज
(c) बौद्ध प्रतिमाएं
(d) सोन नदी का उपागम स्थल
M.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004
उत्तर-(a)
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित भीमबेटका प्रागैतिहासिक शैल चित्रकला का श्रेष्ठ उदाहरण है। इन गुफाओं में जीवन के विविध रंगों को पेंटिंग के रूप में उकेरा गया, जिनमें हाथी, सांभर, हिरन आदि के चित्र हैं। अब तक लगभग 700 शरणस्थलियों की पहचान की जा | चुकी हैं, जिसमें 133 में चित्र पाए गए हैं।
27.निम्न में से कौन-सा स्थल प्रागैतिहासिक चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है?
(a) अजंता
(b) भीमबेटका
(c) बाघ
(d) अमरावती
Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Mains) 2007,U.P.P.C.S. (Mains) 2011
उत्तर-(b)
28.भीमबेटका की गुफाएं कहां स्थित हैं?
(a) भोपाल
(b) पंचमढ़ी
(c) सिंगरौली
(d) अब्दुल्लागंज-रायसेन
M.P.P.C.S. (Pre) 2013
उत्तर-(d)
29.भारत में किस शिलाश्रय से सर्वाधिक चित्र प्राप्त हुए हैं?
(a) घघरिया
(b) भीमबेटका
(c) लेखाहिया
(d) आदमगढ़
U.P.P.C.S. (Pre) 2008
उत्तर-(b)
30.निम्नलिखित में से किस भारतीय पुरातत्ववेत्ता ने पहली बार ‘भीमबेटका गुफा’ को देखा और उसके शैलचित्रों के प्रागैतिहासिक महत्व को खोजा?
(a) माधो स्वरूप वत्स
(b) एच.डी. संकालिया
(c) वी.एस. वाकंकर
(d) वी.एन. मिश्रा
U.P.P.C.S. (Pre) 2020
उत्तर-(c)
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित भीमबेटका प्रागैतिहासिक शैल चित्रकला का श्रेष्ठ उदाहरण है। इसकी खोज वर्ष 1957 में वी.एस. वाकंकर ने की थी। यूनेस्को ने भीमबेटका शैल चित्रों को विश्व विरासत सूची में सम्मिलित किया है।
31. भीमबेटका को किसने खोजा था?
(a) डॉ. एच. डी. सांखलिया
(b) डॉ. श्याम सुंदर निगम
(c) डॉ. विष्णुधर वाकणकर
(d) डॉ. राजबली पाण्डेय
M.P.P.C.S. (Pre) 2020
उत्तर-(c)
32. गैरिक मृद्भांड पात्र (ओ.सी.पी.) का नामकरण हुआ था
(a) हस्तिनापुर में
(b) अहिच्छत्र में
(c) नोह में
(d) लाल किला में
U.P.P.C.S. (Mains) 2006
उत्तर-(a)
गंगा-यमुना दोआब की सांस्कृतिक परंपरा संभवतः उस संस्कृति के साथ शुरू होती है, जिसे अपने अत्यंत विशिष्ट मृभांड के नमूने के कारण गेरूवर्णी गैरिक मृभांड संस्कृति (OCP) कहा गया। बी.बी. लाल ने वर्ष 1951 में हस्तिनापुर में सर्वप्रथम गैरिक मृद्भांड प्राप्त किया था और वहीं इसका नामकरण हुआ।
33. ताम्राश्म काल में महाराष्ट्र के लोग मृतकों को घर के फर्श के नीचे किस तरह रखकर दफनाते थे?
(a) उत्तर से दक्षिण की ओर
(b) पूर्व से पश्चिम की ओर
(c) दक्षिण से उत्तर की ओर
(d) पश्चिम से पूर्व की ओर
U.P.P.C.S. (Pre) 1997
उत्तर-(a)
महाराष्ट्र की ताम्रपाषाण कालीन संस्कृति (जोर्वे संस्कृति) के नेवासा, दैमाबाद, कौठे, चंदोली, इनामगांव आदि पुरास्थलों में घरों से मृतकों को अस्थिकलश में रखकर उत्तर से दक्षिण स्थिति में घरों के फर्श के नीचे दफनाए जाने के साक्ष्य मिले हैं। कब्र में मिट्टी की हंडियां और तांबे की कुछ वस्तुएं भी रखी जाती थीं।
34.निम्नलिखित में से किस स्थल से मानव कंकाल के साथ कुत्ते का कंकाल भी शवाधान से प्राप्त हुआ है?
(a) ब्रह्मगिरि
(b) बुर्जहोम
(c) चिरांद
(d) मास्की
U.P. Lower Sub. (Pre) 2008
उत्तर-(b)
जम्मू एवं कश्मीर में श्रीनगर के निकट उत्तर-पश्चिम में स्थित बुर्जहोम से | नवपाषाणिक अवस्था में मानव कंकाल के साथ कुत्ते का कंकाल भी शवाधान से प्राप्त हुआ है। गर्तावास (गड्डों वाले घर) भी यहां की प्रमुख विशेषता है।
35.निम्नलिखित में से किस स्थान पर मानव के साथ कुत्ते को दफनाए जाने का साक्ष्य मिला है?
(a) बुर्जहोम
(b) कोलडिहवा
(c) चोपानी-मांडो
(d) मांडो
Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010
उत्तर-(a)
36.गर्त आवास के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं
(a) बुर्जहोम से
(b) कोलडिहवा से
(c) ब्रह्मगिरि से
(d) संगनकल्लू से
U.P.P.C.S. (Mains) 2011
उत्तर-(a)
37.निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए(ऐतिहासिक स्थान) (ख्याति का कारण)
1. वुर्जहोम: शैलकृत देव मंदिर
2. चंद्रकेतुगढ़: टेराकोटा कला
3. गणेश्वर:ताम्र कलाकृतियां
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/कौन-से सही सुमेलित है/हैं?
(a) केवल ।
(b) 1 और 2
(c) केवल 3
(d)2 और 3
I.A.S. (Pre) 2021
उत्तर-(d)
बुर्जहोम नामक नवपाषाणिक पुरास्थल जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश में अवस्थित है। इस पुरास्थल की खोज वर्ष 1935 में डी. टेरा एवं पीटरसन ने की थी। इस पुरास्थल से ‘गर्तावास’ के साक्ष्यों की प्राप्ति हुई है। चंद्रकेतुगढ़ पश्चिम बंगाल प्रांत में स्थित एक प्रमुख ऐतिहासिक पुरातात्विक पुरास्थल है, जो विद्याधरी नदी के तट पर अवस्थित है। यहां से ऐतिहासिक काल के टेराकोटा कला के कई उदाहरण प्राप्त हुए। हैं, जो तत्कालीन शिल्प कौशल की एक असामान्य विशेषता प्रदर्शित करता है। गणेश्वर, राजस्थान प्रांत में स्थित एक प्रमुख ताम्र पाषाणिक पुरास्थल है। इस पुरास्थल की खोज राजस्थान विश्वविद्यालय के पुरातत्व विभाग के प्रोफेसर रतनचंद्र अग्रवाल ने की थी। इस पुरास्थल से दोहरी पेंचदार शिरेवाली ताम्र बाणाग्र, मछली पकड़ने का कांटा तथा विभिन्न प्रकार के मृद्भांड प्राप्त हुए हैं। इस प्रकार विकल्प (d) | सही उत्तर है
38. विंध्य क्षेत्र के किस शिलाश्रय से सर्वाधिक मानव कंकाल मिले हैं?
(a) मोरहना पहाड़
(b) घघरिया
(c) बघही खोर
(d) लेखहिया
U.P.P.C.S. (Pre) 2016
उत्तर-(d)
डॉ. जे.एन. पाण्डेय की पुस्तक ‘पुरातत्व विमर्श के अनुसार, विंध्य क्षेत्र के लेखहिया के शिलाश्रय संख्या 1 से मध्यपाषाणिक लघु पाषाण उपकरणों के अतिरिक्त 17 मानव कंकाल प्राप्त हुए हैं, जिनमें से कुछ सुरक्षित हालत में हैं तथा अधिकांश क्षत-विक्षत अवस्था में अमेरिका के ओरेगॉन विश्वविद्यालय के जॉन आर. लुकास के अनुसार, लेखहिया में कुल 27 मानव कंकालों की अस्थियां मिली हैं।
39.नीचे दो कथन दिए गए हैं, एक को अभिकथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है। अभिकथन
(A): विध्य क्षेत्र के पाषाण युगीन लोगों ने नूतन भूतल काल के अंत में गंगा घाटी में प्रव्रजन किया।
कारण (R): जलवायु परिवर्तन के कारण इस काल में शुष्कता का चरण था। नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए।
कूट : (a) (A) और (R) दोनों सही हैं, तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है। (d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
U.P.R.O./A.R.O.(Mains)2016
उत्तर-(a)
जी.आर. शर्मा ने सराय नाहर राय में खुदाई के बाद यह अवधारणा दी कि नूतन भूतल काल के अंत में सूखे के कारण विध्यन क्षेत्र में भोजन की कमी के कारण लोगों ने गंगा घाटी क्षेत्र में प्रवास किया था। 40. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण निम्नलिखित विभागों/मंत्रालयों में से
40. किसका संलग्न कार्यालय है?
(a) संस्कृति
(b) पर्यटन
(c) विज्ञान और प्रौद्योगिकी
(d) मानव संसाधन विकास
Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011
उत्तर-(a)
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India) संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक विभाग है।
41.’भारतीय पुरातत्व का जनक’ किसे कहा जाता है?
(a) अलेक्जेंडर कनिंघम
(b) जॉन मार्शल
(c) मार्टीमर ह्वीलर
(d) जेम्स प्रिंसेप
M.P.P.C.S. (Pre) 2017
उत्तर-(a)
अलेक्जेंडर कनिंघम (1814-1893 ई.) को एक ब्रिटिश सेनाधिकारी के रूप में बंगाल इंजीनियर्स के साथ काम करने के लिए तैनात किया गया था। उन्हें ही भारतीय पुरातत्व के जनक’ के रूप में जाना जाता है।
42. राष्ट्रीय मानव संग्रहालय कहां पर है?
(a) गुवाहाटी
(b) बस्तर
(c) भोपाल
(d) चेन्नई
M.P.P.C.S. (Pre) 1997
उत्तर-(c)
राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, जिसका नाम बदलकर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय कर दिया गया है, भोपाल (म.प्र.) में स्थित है। यह भारत सरकार के संस्कृति विभाग के अंतर्गत स्वायत्तशासी संगठन है।